HFNNews
तीन दिवसीय योग एवं ध्यान शिविर 1000 ग्रामीण जनों ने योग ध्यान का लाभ लिया
Friday, 02 Jun 2023 00:00 am
HFNNews

HFNNews

जीरापुर- एकात्म अभियान के तहत आज दिनांक0 2/06/2023 को ग्राम गोविंदपुरा में  में हार्टफूलनेस कान्हा शांति वनम संस्थान एवं मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद मध्य प्रदेश सयुक्त तत्वधान में आयोजित कार्यक्रम में हर दिन ध्यान हर दिल ध्यान के अंतर्गत विकासखंड जीरापुर जिला राजगढ़ सेक्टर क्रमांक05 नवांकुर गागोरनी अंतर्गत एकात्म  अभियान के तहत योग योगासन ध्यान मुद्रा कार्यक्रम में हार्टफुलनेस संस्थान के प्रशिक्षित मास्टर ट्रेन शिक्षक श्री सुरेंद्र सिंह व्यास जी एवं जन अभियान परिषद के विकास खंड समन्वयक वीरम सिंह परमार जी  मेंटर्स श्री मनीष प्रजापति नवांकुर संस्था के इंदर सिंह चौहान ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति  गोरियाखेड़ा   के सचिव ,ग्राम के सरपंच व उपसरपंच आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा कार्यकर्ता सहायिका समूह की महिलाएं भी उपस्थित थे । एकात्मा  अभियान के तहत ग्राम  पंचायत गोविंदपुरा में ग्राम वासियों को हर दिल ध्यान हर दिन ध्यान इस अभियान के तहत प्रति मानव जीवन में प्रतिदिन चलने वाले कार्यों का विश्लेषण कर एवं अपनी अंतर आत्मा को शांति प्रदान करने हेतु हमारे आत्मा के अंदर दिव्य प्रकाश को जगाने हेतु ध्यान प्रतिदिन आवश्यक बताते हुए उसके फायदे सुरेंद्र सिंह व्यास  द्वारा ग्रामीणों को समझाइश देते हुए ध्यान मुद्रा जेडका आयोजन कराया गया जिनमें 1000 ग्रामीण जनों ने योग ध्यान का लाभ लिया।

हार्टफुलनेस ध्यान क्या है?
विश्व के लगभग 160 देशों में हार्टफुलनेस इंस्टिट्यूट द्वारा निःशुल्क ध्यान संचालित किया जाता है। यह यौगिक प्राणाहुति के माध्यम से अपने हृदय में बसे ईश्वर से जुड़ने की विधि है। यौगिक प्राणाहुति अन्य ध्यान की विधियों से अलग व उच्च तकनीक है। जिसका अनुभव हार्टफुलनेस प्रशिक्षकों द्वारा निर्देशित ध्यान सत्र एवं उसके निरंतर अभ्यास से किया जा सकता है।
हार्टफुलनेस ध्यान के लाभ-
मस्तिष्क की शक्ति को ध्यान की सहायता से कई गुना बढ़ाया जा सकता है। मानवता के विकास का मार्ग हृदय से होकर गुजरता है। ध्यान के कारण सहानुभूतिक, दया, प्रेम, शांति और करुणा के भाव के साथ ही दिमाग की संरचना में भी बदलाव आ जाता है। शोध में पाया गया है कि लंबे समय तक ध्यान करने वाले लोग खुश और तनावमुक्त रहते हैं। हार्टफुलनेस संस्था का मुख्य उद्देश्य जनमानस में विश्व बंधुत्व, शांति व अहिंसा के सिद्धान्त को अपनाकर उन्हें श्रेष्ठता की ओर अग्रसर करने में सहायता करना है।
 चंदन की खेती
चंदन की कीमती लकडी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को फिर से जीवंत कर सकती है इस बात को ध्यान में रखकर हमने गाँवों में चंदन के पेड़ों को लगाने की योजना बनाई है। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम नवीनतम वैज्ञानिक तकनीक से मिट्टी का उपचार. पौधों की प्राप्ति एवं रोपण के अलावा सिंचाई और उनकी देखभाल करने में मदद कती है। इस योजना में कम से कम 5 एकड़ भूमि में प्रति एकड़ 420 पौधों का प्लांटेशन किया जाएगा। अनुमानत: INR 80 लाख का निवेश किया जाने पर 15 वर्षों में आज की बाजार दर से INR 60 करोड़ का रिटर्न आएगा।
अरोमा एंड हर्बल प्लांट
अरोमा प्लांट और जड़ी-बूटियां अपनी सुगंध, औषधीय गुणों, खाद्य महत्ता के साथ शैक्षिक, सामाजिक- सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों के लिए भी जाने जाते हैं। इसमें तुलसी, मरवाह, पुदीना, मालाबार नट, रोज़मेरी पाईन, स्टेविया, अजवायन, लेमनग्रास आदि मुख्य हैं। अभी तक हमारी हार्टीकल्चर नर्सरी में इनकी पौध घरों और बगीचों के लिए तैयार की जा रही थी। अब हमारी योजना इन्हें राष्ट्रीय राजमार्गो और रेलवे संस्थानों में लगाने की है। इनके स्वास्थ्यवर्धक और मूल्यवान होने से अर्थव्यवस्था का विकास होगा। 
 नशा मुक्ति
वर्तमान समाज में नशे की लत गंभीर समस्या है जो जीवन को अंधकारमय कर देता है। इससे मुक्ति के लिए इच्छाशक्ति के साथ-साथ साहयोग भी जरूरी है। इसीलिए हमने मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से एक ऐप बनाया है जो नशामुक्ति हेतु तुरंत डॉक्टर और चिकित्सकों से आपका सम्पर्क कराता है। वर्तमान में पुरुष, महिलाएं, बच्चे और किशोर सभी इसका उपयोग कर रहे हैं। इसके माध्यम से व्यक्ति को चिकित्सकीय सहायता के साथ-साथ प्रशिक्षित ट्रेनर के साथ ध्यान और व्यसन मुक्ति की प्रेरणा और सहयोग भी मिलता है।
ब्राइटरमांइड
ब्राइटर माइड्स न्योरोप्लास्टिकिटी के विज्ञान पर आधारित एक प्रशिक्षण पद्धति है। इसे 5 से 15 वर्ष की आयु के बच्चों के सीखने की कला, तंत्रिका तंत्र को सक्रिय कर उनके संज्ञानात्मक विकास को बढ़ावा देने के लिए डिजायन किया गया है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विभिन्न मानसिक ध्वनि तरंगों और विश्राम के इंटरेक्टिव टूल्स और तकनीकों का उपयोग व्यायाप, करके बच्चे के मस्तिष्क को सक्रिय और अधिक कार्यशील बनाना है। यह बच्चों के मस्तिष्क को बौद्धिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से प्रदीप्त करता है। दो प्रमुख कार्यक्रम अल्फा और अल्फा प्लस है।